बेटी सकीना, बाबा हुसैन,
आप की मासूम बेटी बाबा को पुकारती है।
मेरी तन्हाई मेरे मज़लूम बाबा,
आप की यादों में खो जाती है।
आप की वीरता, आप की शहादत,
हर पल मेरे दिल में बसती है।
मेरी आँखों में आप की छाया,
सारे ग़म दूर भगती है।
बेटी सकीना, बाबा हुसैन,
आप की मोहब्बत सदा रहेगी।
आप की आवाज़ में मेरी राहत,
हर दर्द को मिटाती है।
बाबा, मेरे दुःख को दूर करो,
मेरी जिंदगी में आप का साया है।
बेटी सकीना, बाबा हुसैन,
आप की मोहब्बत सदा रहेगी।
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